घर खरीदने का सपना तो हर किसी का होता है लेकिन जब बात आती है होम लोन की तो सबसे बड़ी टेंशन होती है उसकी EMI चुकाने की। खासकर तब जब लोन की रकम बड़ी हो और हर महीने भारी भरकम किस्त देनी पड़े। ऐसे में हर कोई चाहता है कि उसका लोन बोझ थोड़ा हल्का हो जाए।
अगर आप भी लगातार भारी EMI चुकाने से परेशान हो चुके हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है। कुछ स्मार्ट तरीकों की मदद से आप अपनी Home Loan EMI Reduce कर सकते हैं। बहुत से लोग इन ट्रिक्स से अनजान होते हैं जबकि ये तरीके न सिर्फ EMI कम करते हैं बल्कि लॉन्ग टर्म में अच्छा फाइनेंशियल बैलेंस भी बनाते हैं।
हालांकि इन तरीकों के साथ कुछ सावधानियां भी जरूरी हैं क्योंकि हर उपाय हर किसी के लिए सही नहीं होता। इसलिए सोच-समझकर फैसले लें और लोन मैनेजमेंट को थोड़ा आसान बनाएं।
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Home Loan EMI Reduce Tips
यहाँ हम आपको 6 ऐसे तरीके बताएंगे जो आपके EMI को कम करने में मदद कर सकते है। आइए जानते है वो कौन-कौन से तरीके है।
1. होम लोन की अवधि बढ़ाकर
अगर आप अपनी मंथली ईएमआई से थोड़ा राहत चाहते हैं तो लोन की अवधि बढ़ाना एक आसान उपाय हो सकता है। जब आप लोन टेन्योर को बढ़ाते हैं तो आपकी हर महीने की किस्त यानी EMI कम हो जाती है। इससे आपकी जेब पर तुरंत दबाव नहीं पड़ता।
लेकिन ध्यान रखें इससे कुल ब्याज ज्यादा देना पड़ सकता है। इसलिए इस विकल्प को चुनते समय सोच-समझकर फैसला लें। अगर आप स्मार्ट तरीके से Home Loan EMI Reduction चाहते हैं तो ये तरीका शॉर्ट टर्म में जरूर मददगार हो सकता है। लंबे समय का असर जरूर ध्यान में रखें।
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2. प्री-पेमेंट करके घटाए EMI
जब भी आपके हाथ कोई एक्स्ट्रा इनकम लगे जैसे- बोनस, टैक्स रिफंड या कोई निवेश से रिटर्न तो उसे होम लोन के प्री-पेमेंट में इस्तेमाल करना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है। इससे आपके लोन का प्रिंसिपल अमाउंट सीधे घटता है। इससे न सिर्फ आपकी EMI घटती है बल्कि लोन की अवधि भी कम हो जाती है।
कम समय में लोन खत्म करने का मतलब है कम ब्याज और मानसिक सुकून। अगर आप Reduce Home Loan EMI की प्लानिंग कर रहे हैं तो प्री-पेमेंट एक कारगर तरीका है। बस ध्यान रहे कि बैंक की प्री-पेमेंट पॉलिसी को पहले समझ लें।
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3. होम लोन दूसरे बैंक में ट्रांसफर करके
अगर आपका रीपेमेंट रिकॉर्ड अच्छा है और आपने समय पर किश्तें चुकाई हैं तो यह आपके लिए फायदे का सौदा हो सकता है। ऐसे में आप अपने होम लोन को किसी ऐसे बैंक या फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन में ट्रांसफर कर सकते हैं जो कम ब्याज दर ऑफर कर रहा हो।
यह तरीका Home Loan Repayment Deduction में मददगार साबित होता है। इसे बैलेंस ट्रांसफर भी कहा जाता है और इससे EMI में काफी राहत मिल सकती है। हालांकि लोन ट्रांसफर करने से पहले प्रोसेसिंग फीस, फोरक्लोजर चार्ज और अन्य हिडन कॉस्ट की जानकारी जरूर ले लें।
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4. होम लोन ओवरड्राफ्ट सुविधा करे इस्तेमाल
अगर आप चाहते हैं कि आपका होम लोन जल्दी निपटे और ब्याज का बोझ भी कम हो तो ओवरड्राफ्ट होम लोन सुविधा एक शानदार तरीका हो सकता है। इस सुविधा में आप EMI के अलावा भी अपने लोन अकाउंट में अतिरिक्त राशि जमा कर सकते हैं। ये एक्स्ट्रा अमाउंट आपके लोन के प्रिंसिपल से एडजस्ट होता है।
जिससे ब्याज कम लगता है। इससे लोन की अवधि भी घटती है और कुल भुगतान भी कम हो जाता है। यह तरीका Home Loan EMI Reducing Balance को मैनेज करने में काफी कारगर होता है। जो लोग फाइनेंशियल प्लानिंग में एक्टिव हैं उनके लिए ये ऑप्शन बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।
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5. फ्लोटिंग ब्याज दर पर होम लोन लेकर
अगर आपने होम लोन लिया हैं और EMI को लेकर लचीलापन चाहते हैं तो फ्लोटिंग रेट लोन एक बेहतर विकल्प हो सकता है। इस ऑप्शन में ब्याज दर फिक्स नहीं होती। बल्कि ये बाजार स्थिति के अनुसार बदलती रहती है। जब ब्याज दर में कमी आती है तो आपकी EMI भी उसी हिसाब से कम हो जाती है।
यानी ये Reduce Loan EMI का एक स्मार्ट तरीका है। लेकिन ध्यान रहे अगर नीतिगत ब्याज दरें बढ़ती हैं तो आपकी EMI भी बढ़ जाएगी। इसलिए फ्लोटिंग रेट का चुनाव सोच-समझकर करें। खासकर अगर आपकी इनकम स्थिर है।
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6. सिबिल स्कोर के आधार पर EMI कम कराए
लोन या क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल आपके क्रेडिट/सिबिल स्कोर को बेहतर बनाता है। जिससे भविष्य में लोन लेना आसान हो जाता है। एक अच्छा सिबिल स्कोर न सिर्फ बैंकों की नजर में आपकी साख बढ़ाता है बल्कि आपको कम ब्याज दर पर लोन लेने का मौका भी प्रदान करता है। जब ब्याज दर कम होगा तो आपके महीने की EMI भी कम होगी।
यानी अच्छा सिबिल स्कोर होने पर आप सीधे-सीधे Reduce EMI Amount के लिए बैंकों से बात कर सकते हैं। इसके अलावा अच्छा सिबिल स्कोर होने पर बैंक कई बार स्पेशल ऑफर या प्रोसेसिंग फीस में छूट भी देते हैं। इसलिए अपने क्रेडिट स्कोर को हमेशा अच्छा बनाए रखना फायदे का सौदा है।
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Conclusion
अगर आप हर महीने भारी भरकम होम लोन की किस्तों से परेशान हैं तो थोड़ी सी समझदारी और सही रणनीति से इस बोझ को हल्का किया जा सकता है। चाहे बात प्री-पेमेंट की हो, लोन ट्रांसफर की, या फिर ओवरड्राफ्ट अकाउंट जैसे स्मार्ट ऑप्शन की। हर तरीका Home Loan EMI Reduce करने में मददगार साबित हो सकता है।
जरूरी है कि आप अपने लोन को सिर्फ एक ज़रूरत न समझें बल्कि इसे समझदारी से मैनेज करें। समय-समय पर रिव्यू करें कि क्या आपकी EMI आपके फाइनेंशियल प्लान के हिसाब से ठीक है या नहीं। सही फैसलों से आप न सिर्फ EMI कम कर सकते हैं बल्कि लोन जल्दी निपटाकर मानसिक शांति भी पा सकते हैं।
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