Youtube Shorts Revenue Model : यूट्यूब शॉर्ट्स वीडियो बनाकर आज के समय में बहुत से लोग अच्छे खासे पैसे कमा रहे है। ऐसे में अगर आप भी शॉर्ट्स वीडियो बनाकर फेमस होना चाहते है और इससे पैसे कमाना चाहते है तो फिर आपको Youtube Shorts से Earning कैसे होती है इस बारे में जरूर जानना चाहिए। आज के समय में शॉर्ट्स वीडियो का चलन काफी बढ़ गया है फिर चाहे वह यूट्यूब शॉर्ट्स वीडियो हो या इंस्टाग्राम रील, लोगो को काफी पसंद आ रहा है।
यूट्यूब शॉर्ट्स वीडियो को मोनेटाइज करने की सुविधा 1 फरवरी 2023 से शुरू हुई है इससे पहले कमाई के रूप में क्रिएटर्स को Youtube Shorts Fund दिया जाता था। यूट्यूब पार्टनर प्रोग्राम की शर्तो में बदलाव होने के बाद अब शॉर्ट्स क्रिएटर अपने चैनल को मोनेटाइज कराकर इससे पैसे कमा सकेंगे। शॉर्ट्स वीडियो से कमाई करने का तरीका लॉन्ग वीडियो से बिल्कुल अलग है।
यहां पर हम आपको बताने वाले है कि शॉर्ट्स फीड में शॉर्ट्स वीडियो के मध्य दिखाई देने वाले विज्ञापन से कमाई कैसे होती है। यूट्यूब क्रिएटर के रेवेन्यू का हिस्सा कैसे तय करता है। इसके अलावा शॉर्ट्स वीडियो से कमाई करने की पॉलिसी क्या है इन सभी बातों को विस्तार से यहां पर जानने वाले है। यूट्यूब शॉर्ट्स वीडियो से कमाई करने की नीतियों के बारे में जानने के लिए इस आर्टिकल को पूरा अंत तक जरूर पढ़े।
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Youtube Shorts Monetization Rules
अगर आप अपने यूट्यूब चैनल से कमाई करना चाहते हो फिर चाहे वह लॉन्ग वीडियो हो या फिर शॉर्ट्स वीडियो इसके लिए जरूरी है कि आपका चैनल यूट्यूब से कमाई करने की नीतियां, यूट्यूब कम्युनिटी गाइडलाइन, कॉपीराइट, सेवा की शर्ते, और गूगल एडसेंस की नीतियों का पालन करता हो।
इसलिए जब आप नया चैनल शुरू करे तो सबसे पहले यूट्यूब की सारी पॉलिसी को ध्यान से पढ़ लें ताकि आपका चैनल और कंटेंट यूट्यूब की शर्तो को पूरा कर सके और अपने चैनल से आप पैसे कमा सके। कुछ नए यूट्यूबर को पॉलिसी की जानकारी नहीं होती है।
जिसकी वजह से वे दूसरो की वीडियो को उठाकर सीधे अपने चैनल में अपलोड कर देते है फिर बाद में उन्हें कॉपीराइट का इश्यू आ जाता है। या फिर किसी ऐसे टॉपिक पर कंटेंट बना देते है जो यूट्यूब की शर्तो का उल्लंघन करता है। जिससे उनका चैनल मोनेटाइज नही हो पाता है। आपको ऐसी कोई समस्या ना आए इसलिए यूट्यूब पॉलिसी को ध्यान में रखते हुए कंटेंट बनाकर अपलोड करें।
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क्या शॉर्ट्स वीडियो से कमाई होती है?
जब शॉर्ट्स फीड में शॉर्ट्स वीडियो को स्क्रॉल किया जाता है तो बीच-बीच में विज्ञापन भी दिखाई देते है इन्ही विज्ञापन से जेनरेट होने वाले रेवेन्यू का बटवारा यूट्यूब क्रिएटर्स को करता है। शॉर्ट्स वीडियो में मिले व्यूज के आधार पर रेवेन्यू का एक हिस्सा क्रिएटर को दिया जाता है।
शॉर्ट्स वीडियो से Earning कैसे होती है | YouTube Shorts Revenue Model
शॉर्ट्स वीडियो से कमाई, शॉर्ट्स फीड में दिखाई देने वाले विज्ञापन से होती है जिसके लिए क्रिएटर को यूट्यूब पार्टनर प्रोग्राम (YPP) में शामिल होना होता है। यानिकि गूगल एडसेंस से अपने चैनल को मोनेटाइज करना होगा।
शॉर्ट्स से मिलने वाले रेवेन्यू में शॉर्ट्स फीड में दिखाए गए विज्ञापन के रेवेन्यू और यूट्यूब प्रीमियम की सदस्यता से मिलने वाले रेवेन्यू शामिल होते है। शॉर्ट्स फीड में दिखने वाले विज्ञापन से जो रेवेन्यू बनता है यूट्यूब उसका बटवारा आपके चैनल में मौजूद शॉर्ट्स वीडियो पर मिले व्यूज के आधार पर करता है।
जब आपका चैनल मोनेटाइज हो जायेगा उस दिन से ही आपकी कमाई शुरू हो जाएगी। लेकिन चैनल मोनेटाइज होने से पहले अगर आपके शॉर्ट्स वीडियो में मिलियन का भी व्यूज आया हो तो वह शॉर्ट्स फीड में दिखाई देने वाले विज्ञापन से होने वाली कमाई के दायरे में नहीं आएगा।
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किन शॉर्ट्स वीडियो पर मिले व्यूज से कमाई नहीं होगी?
शॉर्ट्स वीडियो पर व्यूज आने के बावजूद अगर कमाई नहीं हो रही है तो नीचे कुछ कारण बताए गए है जिसे आपको अच्छी तरह समझ लेना चाहिए।
- अगर आपका शॉर्ट्स वीडियो यूट्यूब के रेवेन्यू बटवारे की जरूरी शर्तो का पालन नहीं करता है ऐसे में शॉर्ट्स वीडियो पर मिले व्यूज काउंट नही होंगे। जिससे आपकी कमाई नहीं हो पाएगी।
- ऐसे शॉर्ट्स वीडियो जो किसी दूसरे के कंटेंट से लिया गया हो। जैसे किसी Movie या T.V. सीरियल से ली गई वीडियो क्लिप बिना एडिट किए प्रयोग में लाना। किसी दूसरे यूट्यूब क्रिएटर के वीडियो को दुबारा अपने चैनल में अपलोड करना। इसके अलावा खुद का ओरिजनल कंटेंट शामिल किए बिना कंटेंट को कंपाइल करके अपने शॉर्ट्स में प्रयोग करना।
- उन शॉर्ट्स वीडियो पर मिले व्यूज अर्निंग के लिए काउंट नही होंगे जिस शॉर्ट्स वीडियो पर गलत तरीको से व्यूज लाया गया हो जैसे- व्यूज बढ़ाने के लिए स्क्रॉल बॉट का इस्तेमाल करना।
- ऐसे शॉर्ट्स वीडियो पर मिले व्यूज काउंट नही होंगे जो एडवरटाइजर के लिहाज से क्वालिटी वीडियो बनाने के दिशा निर्देशों का पालन नहीं करते है।
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Youtube Shorts Monetization Requirements
यूट्यूब शॉर्ट्स से पैसे कमाने के लिए पहले आपको Youtube Shorts Monetization Criteria के बारे में जानना होगा। क्योंकि जब तक आप इस क्राइटेरिया को पूरा नहीं करेंगे आपका चैनल मोनेटाईज नहीं हो पाएगा। तो आइए वो क्राइटेरिया क्या है जानते है।
- लास्ट 90 दिनों में चैनल पर 1000 सब्सक्राइबर और शॉर्ट्स वीडियो पर 10 मिलियन व्यूज प्राप्त करना होगा।
- या फिर लास्ट 90 दिनों में चैनल पर 500 सब्सक्राइबर और शॉर्ट्स वीडियो पर 3 मिलियन व्यूज एवम मिनिमम 3 वीडियो अपलोड का क्राइटेरिया पूरा करना होगा।
- आपके चैनल में कॉपीराइट स्ट्राइक या कॉपीराइट क्लेम नही होना चाहिए।
- शॉर्ट्स से पैसे कमाने से संबंधित यूट्यूब के सभी दिशा-निर्देशों एवम नीतियों का पालन करना होगा।
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यूट्यूब, विज्ञापन से मिले रेवेन्यू का बटवारा किस तरह करता है?
शॉर्ट्स फीड में दिखने वाले विज्ञापन से जेनरेट रेवेन्यू का बटवारा 4 स्टेप में किया जाता है।
- रेवेन्यू इकट्ठा करना
- क्रिएटर पूल का हिसाब लगाना
- क्रिएटर पूल रेवेन्यू में से क्रिएटर का हिस्सा तय करना
- क्रिएटर को पेमेंट करना
1. रेवेन्यू इकट्ठा करना
शॉर्ट्स फीड में शॉर्ट्स वीडियो के बीच दिखने वाले विज्ञापन से होने वाली कमाई को यूट्यूब हर महीने देश के अनुसार इकठ्ठा करता है। यानिकि YPP में शामिल हर क्रिएटर का रेवेन्यू यूट्यूब एकत्रित करेगा। और इसी रेवेन्यू में से क्रिएटर का हिस्सा तय किया जाता है साथ ही शॉर्ट्स वीडियो मे इस्तेमाल होने वाले संगीत के लाइसेंस का शुल्क भी इसी रेवेन्यू से चुकाया जाता है।
2. क्रिएटर पूल का हिसाब लगाना
शॉर्ट्स फीड में दिखे विज्ञापन के जरिए जितनी भी रेवेन्यू जेनरेट होती है उसका एक हिस्सा क्रिएटर पूल में जोड़ दिया जाता है। क्रिएटर पूल में रेवेन्यू का कितना हिस्सा जोड़ा जाएगा यह यूट्यूब पार्टनर प्रोग्राम में शामिल क्रिएटर्स के सभी शॉर्ट्स विडियोज पर कितने व्यूज और वीडियो में प्रयोग किए गए म्यूजिक के आधार पर तय किया जाता है।
बिना संगीत के शॉर्ट्स वीडियो : अगर क्रिएटर ने अपने शॉर्ट्स में संगीत या म्यूजिक का इस्तेमाल नहीं किया है तो ऐसे वीडियो पर मिले व्यूज से जेनरेट पूरे रेवेन्यू को Creator Pool में ऐड कर दिया जाता है।
संगीत वाले शॉर्ट्स वीडियो : वही अगर पार्टनर प्रोग्राम में शामिल क्रिएटर ने अपने शॉर्ट्स वीडियो में म्यूजिक या संगीत का प्रयोग किया है ऐसे में यूट्यूब उस शॉर्ट्स पर आए व्यूज से जेनरेट रेवेन्यू को शॉर्ट्स क्रिएटर और म्यूजिक पार्टनर दोनो के बीच बाटेगा। लेकिन यह बटवारा शॉर्ट्स में प्रयोग किए गए संगीत ट्रैक की संख्या के आधार पर तय किया जाएगा।
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मान लीजिए अगर शॉर्ट्स क्रिएटर ने अपने शॉर्ट्स वीडियो में एक संगीत ट्रैक का इस्तेमाल किया है तो फिर उस वीडियो से जेनरेट रेवेन्यू का आधा हिस्सा क्रिएटर पूल में ऐड किया जाएगा और आधा हिस्सा म्यूजिक पार्टनर को म्यूजिक के लाइसेंस का शुल्क देने में इस्तेमाल किया जाएगा।
वही अगर शॉर्ट्स क्रिएटर ने अपने वीडियो में 2 म्यूजिक ट्रैक का प्रयोग किया है ऐसी स्थिति में उस वीडियो पर आने वाले व्यूज से जो रेवेन्यू जेनरेट होगा उसका एक तिहाई भाग क्रिएटर पूल में ऐड किया जाएगा और दो तिहाई हिस्से का इस्तेमाल म्यूजिक लाइसेंस का शुल्क चुकाने में होगा।
3. क्रिएटर पूल रेवेन्यू में से शॉर्ट्स क्रिएटर का हिस्सा तय करना
क्रिएटर का हिस्सा तय करने के लिए यूट्यूब पार्टनर प्रोग्राम में शामिल क्रिएटर्स के शॉर्ट्स पर आए कुल व्यूज के आधार पर एक हिस्सा मिलता है। यह अलग-अलग देशों के अनुसार बटवारा होता है। मान लीजिए भारत देश में YPP में शामिल सभी क्रिएटर्स के शॉर्ट्स वीडियो पर जितने भी कुल व्यूज आए है। उनमें से अगर किसी क्रिएटर के Shorts Video पर कुल व्यूज में से 10% व्यूज मिले है तब उस व्यक्ति को Creator Pool में मौजूद रेवेन्यू का 10% हिस्सा दे दिया जाता है।
4. क्रिएटर को पेमेंट करना
आप जानते ही होंगे कि शॉर्ट्स वीडियो से क्रिएटर की जितनी भी कमाई होगी उसका 45% हिस्सा क्रिएटर को मिलता है और 55% हिस्सा यूट्यूब अपने पास रखता है। यानिकि आपके वीडियो से जितनी भी रेवेन्यू जेनरेट हुई होगी उसका 45% आपको क्रिएटर पूल में मौजूद रेवेन्यू से मिल जायेगा।
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रेवेन्यू के बटवारे का उदाहरण
माना कि भारत देश में आप शॉर्ट्स क्रिएटर है और आपका यूट्यूब चैनल मोनेटाइज है यानिकि वह YPP में शामिल है। और आपने अपने शॉर्ट्स वीडियो में एक म्यूजिक ट्रैक का इस्तेमाल करके वीडियो अपलोड किया है। तब उस शॉर्ट्स वीडियो से महीने में कितनी कमाई हो सकती है इसे उदाहरण से समझा जा सकता है।
- मान लेते है कि भारत देश में यूट्यूब पार्टनर प्रोग्राम में शामिल सभी शॉर्ट्स क्रिएटर्स के विडियोज पर कुल मिलाकर 10 करोड़ व्यूज आए है।
- और इन सभी शॉर्ट्स विडियोज से 100000 डॉलर की कमाई हुई है। अगर उसमे से 20% क्रिएटर ने अपने शॉर्ट्स में एक म्यूजिक ट्रैक का इस्तेमाल किया हुआ है तो रेवेन्यू का 90,000 डॉलर क्रिएटर पूल में शामिल कर दिया जाएगा और 10,000 डॉलर संगीत का इस्तेमाल करने के लिए चुकाया जायेगा।
- अगर आपके विडियोज पर 10 लाख का व्यूज आया है ऐसे में क्रिएटर पूल में जोड़े गए रेवेन्यू का 1% हिस्सा आपको मिलेगा। मतलब आपके हिस्से में 900 डॉलर आयेंगे।
- क्रिएटर पूल में जोड़े गए रेवेन्यू से आपको जितना भी रेवेन्यू मिलेगा उस पर शॉर्ट्स वीडियो में इस्तेमाल किए गए म्यूजिक ट्रैक का कोई भी असर नहीं होगा। क्योंकि कुल जेनरेट रेवेन्यू में से म्यूजिक ट्रैक का हिस्सा पहले ही चुकाया जा चुका है।
- अब आपके हिस्से में 900 डॉलर मिले है लेकिन इस 900 डॉलर में से आपको 45% मिलेगा और 55% यूट्यूब के पास जायेगा। यानिकि 405 डॉलर आपके बैंक अकाउंट में जायेंगे।
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क्रिएटर पूल में किस रेवेन्यू को नही जोड़ा जाता है?
- जिस क्रिएटर ने अपने चैनल को यूट्यूब पार्टनर प्रोग्राम में शामिल नहीं किया है उनके शॉर्ट्स वीडियो पर आए व्यूज से जेनरेट हुई रेवेन्यू क्रिएटर पूल में नहीं जुड़ेगी।
- जिस क्रिएटर का शॉर्ट्स वीडियो कमाई करने से जुड़ी शर्तो का पालन नहीं करता है। ऐसे में इससे जेनरेट रेवेन्यू का प्रयोग यूट्यूब म्यूजिक के लाइसेंस का शुल्क चुकाने के लिए करेगा या फिर अपने पास रखेगा।
- शॉर्ट्स वीडियो देखने से पहले शॉर्ट्स फीड में दिखाई देने वाले विज्ञापन से जेनरेट होने वाला रेवेन्यू। Example – यूट्यूब शॉर्ट्स मास्टहेड
- म्यूजिक पार्टनर के शॉर्ट्स पर आए हुए व्यूज से जेनरेट रेवेन्यू क्रिएटर पूल में नहीं जुड़ेगा।
- यूट्यूब शॉर्ट्स प्लेयर में Navigation Page पर दिखाई देने वाले विज्ञापन से जेनरेट रेवेन्यू
रीमिक्स शॉर्ट्स बनाने पर रेवेन्यू का बटवारा
यूट्यूब ने शॉर्ट्स वीडियो में Remix वीडियो बनाने का फीचर दिया है जिसकी मदद से कोई भी दूसरे के कंटेंट का इस्तेमाल करके खुद का रीमिक्स कंटेंट बना सकता है। जब कोई क्रिएटर किसी दूसरे शॉर्ट्स क्रिएटर के कंटेंट का इस्तेमाल करके रीमिक्स शॉर्ट्स बनाकर चैनल में अपलोड करता है तब शॉर्ट्स अपलोड करने वाले क्रिएटर और कंटेंट के कॉपीराइट का अधिकार रखने वाले क्रिएटर (दूसरा क्रिएटर) के बीच रेवेन्यू का बटवारा होता है।
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शॉर्ट्स वीडियो पर यूट्यूब प्रीमियम की मेंबरशिप से प्राप्त होने वाले रेवेन्यू का बटवारा
यूट्यूब का एक खास फीचर है जिसका नाम है Youtube Premium. इस फीचर को लेने के लिए पैसे चुकाने पड़ते है। इस फीचर की मदद से आप यूट्यूब पर बिना विज्ञापन के वीडियो देख सकते है, बैकग्राउंड में वीडियो चला सकते है, ऑफलाइन देखने के लिए वीडियो डाउनलोड कर सकते है और यूट्यूब म्यूजिक एप्लीकेशन की प्रीमियम मेंबरशिप मिल जाती है।
ये सुविधा लॉन्ग वीडियो और शॉर्ट्स वीडियो दोनो के लिए उपलब्ध है। यूट्यूब प्रीमियम की सदस्यता लेने वाले लोगो द्वारा जब किसी देश के YPP में शामिल शॉर्ट्स क्रिएटर्स के वीडियो पर व्यूज आएगा तब उससे जेनरेट होने वाले रेवेन्यू का एक हिस्सा म्यूजिक लाइसेंस का शुल्क चुकाने में यूट्यूब उपयोग करेगा।
और क्रिएटर को मिलने वाला हिस्सा इस बात पर तय होगा कि क्रिएटर जिस देश में रहता है उस देश के यूट्यूब प्रीमियम की सदस्यता वाले लोगो द्वारा मिले कुल व्यूज में से क्रिएटर के शॉर्ट्स वीडियो में कितने व्यूज मिले है। और जितने भी रेवेन्यू बनेंगे उसका 45% हिस्सा क्रिएटर को मिलेगा बाकी 55% हिस्सा यूट्यूब खुद रख लेगा।
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शॉर्ट्स वीडियो से मिलने वाला रेवेन्यू कहां दिखाई देगा?
शॉर्ट्स फीड में शॉर्ट वीडियो के बीच में दिखने वाले विज्ञापन से होने वाली अनुमानित कमाई को Youtube Analytics में जाकर देखा जा सकता है। यहां पर कंटेंट के परफॉर्मेंस के अलावा कमाए गए रेवेन्यू को भी देखा जा सकता है। एनालिटिक्स में शॉर्ट्स वीडियो से कमाया रेवेन्यू तब दिखाई देने लगेगा जब शॉर्ट्स वीडियो से आपकी कमाई होनी शुरू हो जाएगी।
Conclusion
यूट्यूब के मोनेटाइजेशन पॉलिसी में बदलाव के कारण बहुत से नए शॉर्ट्स क्रिएटर अब 1000 सब्सक्राइबर के अलावा 500 सब्सक्राइबर पर भी अपने शॉर्ट्स चैनल को मोनेटाइज कर सकते है। यहां पर हमने Youtube Shorts Revenue Model के बारे में जाना है।
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FAQ’s : Youtube Shorts Revenue Model
1. शॉर्ट चैनल मोनेटाइज कब होता है?
जब चैनल में 1000 सब्सक्राइबर और 10 मिलियन शॉर्ट्स व्यूज लास्ट 90 दिनों में पूरा हो जाता है या फिर 500 सब्सक्राइबर और 3 मिलियन शॉर्ट्स व्यूज एवम कम से कम 3 वीडियो अपलोड होने का क्राइटेरिया लास्ट 90 दिनों में पूरा हो जाता है तब आप अपने चैनल को मोनेटाइज करा सकते है। इसके अलावा आपके चैनल पर स्ट्राइक नही होनी चाहिए और आपका चैनल यूट्यूब के दिशा-निर्देशों का पालन भी करता हो।
2. यूट्यूब शॉर्ट्स से पैसे कब मिलते हैं?
जब आपका चैनल यूट्यूब पार्टनर प्रोग्राम में शामिल हो जायेगा यानिकि चैनल मोनेटाइज हो जायेगा तब शॉर्ट्स फीड में शॉर्ट्स वीडियो के बीच में दिखने वाले विज्ञापन से रेवेन्यू जेनरेट होगा। जिसका एक हिस्सा म्यूजिक क्रिएटर को दिया जाएगा और बाकी हिस्से को क्रिएटर पूल में ऐड कर दिया जाएगा। क्रिएटर पूल में मौजूद रेवेन्यू का 45% हिस्सा आपको मिलेगा और 55% हिस्सा यूट्यूब रख लेगा।
3. यूट्यूब पर मोनेटाइज होने में कितना टाइम लगता है?
जब चैनल को एडसेंस में रिव्यू के लिए भेजा जाता है तब चैनल को मोनेटाइज अप्रूवल मिलने में 1-2 सप्ताह का समय लग जाता है। अगर आपका चैनल या कंटेंट यूट्यूब के दिशा-निर्देशों के अनुसार नहीं होगा तो एडसेंस आपके मोनेटाइजेशन आवेदन को रिजेक्ट कर देगा।