Soap Making Business In Hindi | साबुन बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें

Soap Making Business In Hindi : साबुन हमारे दैनिक जीवन की एक आवश्यक वस्तु है। जिसका उपयोग हर उम्र और वर्ग के लोग करते है। फिर चाहे साबुन का इस्तेमाल नहाने में हो, कपड़े धोने में हो या फिर बर्तन धोने में हो, साबुन की जरूरत पड़ती ही है। इन्ही वजहों से मार्केट में इसकी मांग बढ़ी हुई है। ऐसे में आप साबुन बनाने का बिजनेस शुरू करके अच्छा खासा कमाई कर सकते है।

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यदि आप इस बिजनेस को करने की सोच रहे है तो यह कारोबार आपके लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है। इस बिजनेस में अच्छा प्रॉफिट होने के साथ-साथ कंपटीशन भी ज्यादा है। ऐसी स्थिति में आपको साबुन की क्वालिटी से लेकर उसकी मार्केटिंग तक सभी कामों को दूसरो से अलग और बेहतर करने की आवश्यकता होगी।

ताकि इस व्यापार में आप ग्रोथ और सफलता प्राप्त कर सके। इस बिजनेस को शुरू करने की खास बात है कि इसमें प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत आपको 80 फीसदी रकम लोन के रूप में सरकार द्वारा प्राप्त हो जायेगा। जिसमे आप स्वयं का 20 फीसदी रकम लगाकर कम पैसों के साथ इस बिजनेस को शुरू कर सकते है।

Table of Contents

साबुन बनाने का बिजनेस क्या होता है | What Is Soap Making Business In Hindi

साबुन बनाने के बिजनेस में उद्यमी अपने कंपनी या फैक्ट्री में सौंदर्य प्रोडक्ट साबुन बनाकर उसकी मार्केटिंग करता है और अच्छा खासा मुनाफा कमाता है। यही Soap Making Business कहलाता है। इस बिजनेस में नुकसान होने की संभावना बहुत ही कम होती है क्योंकि इसकी मांग हमेशा रहती है। साबुन हर घरों में रोज इस्तेमाल किया जाने वाला प्रोडक्ट है। इसी महत्व के कारण मार्केट में इसकी डिमांड हमेशा बनी रहती है।

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साबुन कितने प्रकार के होते है। Types Of Soap

कार्य के आधार पर साबुन मुख्यतः 3 प्रकार के होते है।

  • नहाने का साबुन
  • कपड़े धोने का साबुन
  • बर्तन धोने का साबुन

साबुन बनाने की ट्रेनिंग | Get Training Of Soap Making

जैसा कि आप जानते ही है कि साबुन को बनाने में रसायनिक पदार्थो का इस्तेमाल किया जाता है। जैसे कास्टिक सोडा, सोडियम सिलिकेट, एसिड घोल, ए.ओ.एस पाउडर इत्यादि। ऐसे में साबुन बनाने के लिए इन रसायनों का सही अनुपात में डलना जरूरी है। साबुन में इन रसायनों का गलत अनुपात डलने पर मानवी शरीर को काफी नुकसान पहुंच सकता है।

इसलिए सबसे पहले इन रसायनों का संपूर्ण ज्ञान प्राप्त करे। और बिजनेस शुरू करने से पहले साबुन बनाने की ट्रेनिंग जरूर ले। ट्रेनिंग कर लेने पर आपको किस सामग्री को किस अनुपात में डालना है। इसकी पूरी जानकारी हो जायेगी। उसके बाद साबुन बनाने का बिजनेस शुरू कर सकते है।

साबुन बनाने के लिए क्या क्या सामग्री चाहिए। Raw Material For Soap Making

मार्केट में विभिन्न प्रकार के साबुन मिलते है। जिनका उपयोग अलग-अलग कार्यों के लिए किया जाता है। हर प्रकार के साबुन को बनाने में लगने वाले कच्चे माल भी अलग-अलग होते है। तो चलिए जान लेते है कि साबुन को बनाने में कौन कौन सी सामग्री की आवश्यकता होती है।

1. कपड़े धोने का साबुन बनाने में कच्ची सामग्री

  • सोडा पाउडर
  • डोलोमाइट पाउडर
  • सोडियम सिलिकेट
  • एसिड घोल
  • रंग/कलर
  • पॉलिमर
  • परफ्यूम
  • एओएस पाउडर (Alpha Olefin Sulfonates powder)

2. नहाने का साबुन बनाने में कच्ची सामग्री

  • सोप स्टोन पाउडर
  • परफ्यूम
  • रंग/कलर
  • सोप नूडल्स
  • तेल या वसा
  • पानी

3. बर्तन धोने का साबुन बनाने में कच्ची सामग्री

  • वाशिंग सोडा
  • रंग/कलर
  • डोलोमाइट पाउडर
  • सिलरी

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साबुन बनाने का रॉ मटेरियल कहा मिलेगा

साबुन बनाने में इस्तेमाल होने वाली कच्ची सामग्री के बारे में तो हमने जान लिया है। पर सवाल यह है कि साबुन बनाने का सामान कहां मिलेगा। तो मैं आपको बता दूं साबुन बनाने में उपयोग किए जाने वाले कच्ची सामग्री को आप ऑनलाइन खरीद सकते है। ऑनलाइन खरीदने के लिए नीचे दिए साइटों पर जाकर खरीद सकते है।

साबुन बनाने के लिए कौन सी मशीन चाहिए

साबुन बनाने के लिए जिन मशीनों का इस्तेमाल किया जाता है वह इस प्रकार है।

  1. मिक्सिंग मशीन– कच्चे सामग्री को मिक्स करने के लिए
  2. कटिंग मशीन– सोप को कट करने के लिए
  3. स्टांपिंग मशीन– सोप पर अपने ब्रांड को स्टांप करने के लिए
  4. पैकिंग मशीन– साबुन को पैकिंग करने के लिए
  5. सिंपलेक्स प्लोडर मशीन– प्लोडिंग के कार्यों के लिए
  6. एक्सट्रूडर डाई – सोप को विशिष्ट आकार प्रदान करने के लिए

साबुन बनाने की सेमी ऑटोमैटिक मशीन और फूली ऑटोमैटिक मशीन दोनो ही आती है। साबुन बनाने की मशीन को ऑनलाइन खरीदने के लिए rameshwarsteelfab.com पर जाकर खरीद सकते है।

साबुन मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस के लिए मार्केट रिसर्च करना

यदि आप साबुन बनाने का बिजनेस शुरू करने की सोच रहे है तो इसमें आपका सबसे पहला कदम होगा बिजनेस के लिए मार्केट रिसर्च करना। लोगो का बाजारों में उपलब्ध साबुन के प्रति रुचि, पसंद, उनकी आवश्यकता, इन सभी चीजों के बारे में अच्छा रिसर्च करना होगा।

स्थानीय बाजार जाकर यह पता करने की भी आवश्यकता होगी कि नियमित रूप से साबुन लेने वाले लोग किस तरह की साबुन लेना ज्यादा पसंद करते है जैसे – खुशबू वाली साबुन, अच्छी पैकिंग वाली साबुन, आकार के अनुसार साबुन, प्राइस के अनुसार, या क्वालिटी के आधार पर साबुन ज्यादा खरीदते है।

आपको हर ग्राहकों की पसंद को जानना होगा। वैसे तो ज्यादातर लोगो को ऐसे साबुन पसंद होते है जो खुशबूदार हो, और उस साबुन के इस्तेमाल करने पर उन्हें कोई शारीरिक नुकसान ना हो।

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बिजनेस शुरू करने से पहले बिजनेस प्लान बनाए

मार्केट रिसर्च कर लेने के बाद उद्यमी को अगला कदम बिजनेस प्लान बनाने में करना चाहिए। क्योंकि प्लानिंग के साथ किया हुआ काम बिजनेस को सफलता की ओर ले जाता है। इसलिए किसी भी बिजनेस को शुरू करने से पहले उसकी अच्छी तरह से प्लानिंग करना जरूरी होता है।

प्लानिंग करने के दौरान आप अपने विचारो को लिखित रूप में जरूर रखे। जिससे आपको तैयार किए गए प्लान को समझने में आसानी होगी और चाहते है की उसमे कुछ बदलाव किया जाए तो वो भी आसानी से कर पाएंगे। यदि आपको समझ नही आ रहा है कि बिजनेस के लिए प्लानिंग कैसे तैयार करे।

तो आप किसी बिजनेस प्लानर की भी मदद ले सकते है। जो आपको समय समय पर बिजनेस से संबंधित मार्गदर्शन करता रहेगा। तैयार किए हुए प्लानिंग की मदद से आपको बिजनेस में कितना इन्वेस्टमेंट करने की आवश्यकता होगी। इसका भी अनुमान लग जायेगा।

बिजनेस किस जगह पर शुरू करें?

बिजनेस के लिए सही जगह को चुनना बहुत जरूरी होता है। इसलिए किसी भी जगह पर बिजनेस शुरू ना करें। बिजनेस शुरू करने के लिए आपको ऐसे जगह को चुनना होगा जहां पर साबुन बनाने के लिए आवश्यक कच्चे माल आस पास के एरिया में मिल जाते हो। इससे फायदा ये होगा कि आपके ट्रांसपोर्टिंग का खर्चा हमेशा बचेगा। साथ ही समय की भी बचत होगी।

इसके अलावा आप अपना बिजनेस औद्योगिक क्षेत्र के पास शुरू कर सकते है जहां पर अन्य उद्योग भी स्थापित होते है। इस जगह पर आपको तकनीकी सहायता और बिजनेस नेटवर्क का फायदा मिल सकता है। जिस जगह का चयन करें वहां पानी की भी पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। क्योंकि साबुन बनाने में पानी की जरूरत पड़ती है।

आप अपने स्थानीय बाजार के आस पास भी इस बिजनेस को शुरू कर सकते है। इससे आपको तैयार साबुन की डिलीवरी और मार्केटिंग करने में आसानी होगी। साथ ही ग्राहकों के साथ अच्छा संपर्क बनेगा। अगर आप छोटे स्तर पर इस बिजनेस को करना चाहते है तब आप अपने घर में साबुन बनाकर भी मार्केट में बेच सकते है। इसके लिए आपको 700 – 800 SF जगह की आवश्यकता होगी।

साबुन बनाने के बिजनेस में कितनी लागत लगती है

साबुन के बिजनेस में लगने वाली लागत इस बात पर निर्भर करता है की आप बिजनेस किस स्तर पर शुरू करते है। यदि आप कम साधनों के साथ छोटे स्तर पर बिजनेस शुरू करते है तो आपको लगभग 4 से 5 लाख रुपए तक का इन्वेस्टमेंट करने की आवश्यकता होगी।

लेकिन यदि आप बड़े स्तर पर बिजनेस शुरू करते है तो आपको लगभग 8 से 10 लाख रुपए इन्वेस्टमेंट करने होंगे।

कपड़े धोने का डिटर्जेंट साबुन बनाने की विधि । Processing Of Soap Making In Hindi

साबुन बनाने के लिए सबसे पहले मिक्सर मशीन को ऑन कर लेना है। मशीन के ऊपरी खुले तरफ से आवश्यकता के अनुसार डोलोमाइट पाउडर डाले। पाउडर की मात्रा मशीन की क्षमता पर भी निर्भर करता है। सामान्य तौर पर कहा जाए तो मशीन में 100 kg डोलोमाइट पाउडर का प्रयोग किया जाता है।

इसके बाद इसमें 3 kg सोडा पाउडर डालने की आवश्यकता होती है। 100 kg डोलोमाइट के साथ 3 kg सोडा पाउडर का इस्तेमाल किया जाता है। फिर डोलोमाइट और सोडा पाउडर के मिश्रण में 20 kg एसिड घोल डालना होता है। साथ ही साबुन को झाग युक्त बनाने के लिए इसमें 4 kg ऐ.ओ.एस डाले। अगर ए.ओ.एस नहीं डाला गया तो साबुन से झाग उत्पन्न नहीं होगा।

कुछ समय तक इन सभी चीजों को मिश्रित होने के लिए छोड़ दे। मिश्रित करने के लिए मिनिमम आधे घण्टे का समय जरूर देना चाहिए। इसके पश्चात इसमें 10 kg सोडियम सिलीकेट मिलाया जाता है। अगर आप बनाए जा रहे साबुन केक को कोई रंग देना चाहते है या उसमे कोई खास खुशबू देना चाहते है।

तो इस समय रंग को मिश्रण में मिला सकते है। आप जिस रंग का भी साबुन बनाना चाहते है। उस रंग को डाल सकते है। मिश्रित होते हुए कच्चे सामग्री में रंग भी अच्छे से मिल जायेगा। अगर सफेद रंग का साबुन बनाना चाहते है तो फिर इस मिश्रण में कोई रंग डालने की आवश्यकता नहीं होती है।

इसके बाद इस मिश्रण में 5 kg पॉलिमर डालने की जरूरत होती है। मिश्रण में पॉलिमर डालने से साबुन को इस्तेमाल करते समय हाथों में कोई जलन नही होती है। और हाथों की चमड़ी भी सुरक्षित रहती है। अब इसके बाद साबुन में खुशबू डालने के लिए 150 मिलीग्राम परफ्यूम डालने की आवश्यकता होगी।

सामग्री मिश्रित हो जाने के बाद गूथे हुए आटे की तरह हो जाती है। जिसे अब एक विशिष्ट आकार देने की आवश्यकता होती है। आकर देने के लिए सोप मेकिंग डाई का इस्तेमाल किया जाता है। डाई उस कंटेनर से लगा हुआ होता है जिस कंटेनर में रॉ मटेरियल मिश्रण को डाला जाता है। यहां से मिश्रण डाई में जाता है। और एक विशिष्ट आकार के सोप केक के रूप में बाहर निकलता है।

अब बारी आती है साबुन केक को कटिंग करने की। कटिंग मशीन की सहायता से साबुन को जिस साइज में भी रखना चाहते है उस साइज में कटिंग कर ले। फिर साबुन को पैकिंग मशीन की सहायता से अपने ब्रांड के पैकेट में साबुन को पैक कर लेना है। या फिर जिस कंपनी के लिए साबुन बना रहे है उस कंपनी के पैकेट में पैकिंग मशीन की सहायता से साबुन को पैक कर देना है। इस तरह मार्केट में बेचने के लिए आपका साबुन बनकर तैयार है।

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साबुन की पैकेजिंग करना

जब साबुन बनकर तैयार हो जाता है उसके बाद बारी आता है साबुन को पैकिंग करने का। साबुन की पैकिंग मशीनों की सहायता से कर सकते है या फिर अपने हाथ से भी पैकिंग कर सकते है। इसमें ध्यान देने वाली बात ये है कि पैकिंग में भी क्वालिटी होनी चाहिए।

साबुन का पैकिंग जितनी अच्छी तरह से करेंगे साबुन उतना ही ज्यादा सुरक्षित रहेगा। और पैकिंग के तरीके को देखकर ज्यादा से ज्यादा ग्राहक भी लेने के लिए आकर्षित होंगे। ये सिर्फ पैकिंग नही है बल्कि मार्केट में आपकी ब्रांड को पहचान दिलाता है। इसलिए पैकिंग के काम को हल्के में नहीं लेना है।

साबुन का पैकिंग दिखने में कितना आकर्षक होगा उसकी बिक्री भी उतनी ज्यादा बढ़ेगी। बस आपको ग्राहकों की पसंद को ध्यान में रखते हुए साबुन बनाकर, पैकिंग करके उसकी मार्केटिंग करनी है। जब लोगो को आपका साबुन पसंद आएगा तो उसकी डिमांड खुद ही बढ़ जाएगी।

साबुन के बिजनेस के लिए आवश्यक लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन

बिजनेस कोई भी हो उसको कानूनी रूप से सही तरीके से चलाने के लिए लाइसेंस बनवाने की आवश्यकता होती है। इसी तरह साबुन के बिजनेस में भी लाइसेंस बनवाने की आवश्यकता होती है। इन सभी लाइसेंस एवम रजिस्ट्रेशन के कार्य को बिजनेस शुरू करने से पहले पूरा कर लेना है। ताकि बाद में कोई भी कानूनी अड़चन ना आए। अब बात आती है कि साबुन बनाने के बिजनेस के लिए कौन कौन सी लाइसेंस बनाने की आवश्यकता होगी। तो फिर चलिए जान लेते है।

  • अगर आप खुद के ब्रांड के नाम से साबुन बनाकर बेचना चाहते है तो इसके लिए आपको ट्रेडमार्क और क्वालिटी कंट्रोल रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा।
  • व्यापार को शुरू करने के लिए आपको अपने बिजनेस को किसी लिमिटेड लायबिलिटी फर्म, प्राइवेट लिमिटेड, या पार्टनरशिप के रूप में रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
  • पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से “कंसेंट टू ऑपरेट” और “कंसेंट टू एस्टेब्लिश” नामक लाइसेंस बनवाने की आवश्यकता होगी।
  • सरकार के नियमो के अनुसार MSME की वेबसाइट पर उद्योग आधार का पंजीकरण कराने की भी आवश्यकता होगी।
  • इसके अलावा “ड्रग एंड कॉस्मेटिक” रूल के तहत उद्यमी को लाइसेंस बनवाने होंगे।

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मार्केटिंग | Marketing

किसी भी प्रोडक्ट को बेचने के लिए सबसे जरूरी होता है उस प्रोडक्ट की मार्केटिंग करना। मार्केटिंग करने से लोगो को आपके प्रोडक्ट के बारे में पता चलता है कि आप किस चीज को बेच रहे है। यदि कस्टमर को आपके प्रोडक्ट के बारे में पता ही नही होगा तो वे आपके प्रोडक्ट को खरीदेंगे कैसे। इसलिए मार्केटिंग करना बहुत जरूरी होता है। आप अपने साबुन की बिक्री करने के लिए विभिन्न मार्केटिंग तरीको को अपना सकते है।

News Paper – साबुन से संबंधित विज्ञापन लोकल न्यूज पेपर में देकर लोगो को अपने प्रोडक्ट के बारे में जानकारी दे सकते है। यह मार्केटिंग करने का बहुत ही अच्छा माध्यम है। हर रोज सुबह सुबह ज्यादातर लोग न्यूज पेपर पढ़ना पसंद करते है नई नई खबरों की जानकारी लेने के लिए। ऐसे में जितने ज्यादा लोग पेपर पढ़ेंगे उतना ही आपके प्रोडक्ट का प्रचार होता जायेगा। और लोग आपके प्रोडक्ट के बारे में जान सकेंगे।

Local T.V. Channel – आज के समय में हर घर में T.V. है। लोग अपने मनोरंजन के लिए टीवी देखना पसंद करते है। या फिर मोबाइल में इंटरनेट ऑन करके मनोरंजन के विभिन्न माध्यमों को अपनाते है। कहने का मतलब है कि लोग मनोरंजन के लिए जिन माध्यमों पर ज्यादा समय बिताते है

उन माध्यमों पर अपने प्रोडक्ट का विज्ञापन दिखाकर ज्यादा से ज्यादा लोगो तक प्रोडक्ट की जानकारी पहुंचा सकते है। इसके लिए लोकल T.v. Channel वालो से संपर्क करके आप अपने प्रोडक्ट का विज्ञापन दिखा सकते है।

Social Media – अभी का दौर इंटरनेट का है। ज्यादा से ज्यादा लोग सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते है। इसका फायदा आप अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग करने में उठा सकते है। बस आपको सोशल मीडिया (Facebook, WhatsApp, Twitter, Instagram) में अपने ब्रांड के नाम से एक अकाउंट बनाना है।

और उसमे अपने साबुन के विज्ञापन की पोस्ट को डाल देना है। सोशल मीडिया में अपने फॉलोअर को भी बढ़ाए ताकि आप अपने प्रोडक्ट की जानकारी अधिक लोगो तक पहुंचा सके।

Website – मार्केटिंग करने के लिए आप अपने ब्रांड के नाम का डोमेन नेम लेकर एक वेबसाइट बना सकते है। और प्रोडक्ट से संबंधित जानकारी लोगो तक ऑनलाइन पहुंचा सकते है। वेबसाइट आपके बिजनेस को ब्रांड बनाने में काफी मददगार साबित होगा। इसकी मदद से आप इंडिया में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपने प्रोडक्ट को प्रमोट कर पाएंगे।

Retailer And Wholesaler – आपको अधिक से अधिक रिटेलर और होलसेल विक्रेताओं से संपर्क बनाने की आवश्यकता होगी। क्योंकि रिटेलर और होलसेल वाले कंपनी से ही माल खरीदते है। हालांकि रिटेलर वालो को माल बेचने पर होलसेल वालो की तुलना में ज्यादा मुनाफा मिलेगा। पर संपर्क तो आपको दोनो से ही बनाए रखना होगा।

Hording/Banner – आप अपने एरिया के मुख्य मार्केट के पास या फिर जहां पर ज्यादा भीड़ रहता हो उस जगह पर बड़ा सा होर्डिंग या बैनर लगाकर अपने ब्रांड को प्रमोट कर सकते है। और लोगो को अपने प्रोडक्ट के बारे में बता सकते है। यह भी मार्केटिंग करने का बहुत ही अच्छा माध्यम है।

कितना होगा मुनाफा?

इस बिजनेस में 30% से लेकर 35% तक का मुनाफा कमा सकते है। अगर आपका बिजनेस अच्छा चलने लग जाए तब आप इस बिजनेस से और ज्यादा कमाई कर पाएंगे। शुरुआती दौर में आपको काफी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा।

इसलिए शुरुआत में ज्यादा लाभ कमाने का ना सोचे बल्कि बिजनेस को ग्रो करने और ग्राहक बनाने पर ध्यान देना होगा। जब आपका बिजनेस चलने लग जायेगा और बहुत से ग्राहक बन जायेंगे तो खुद ही शानदार कमाई होनी शुरू हो जायेगी।

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साबुन बनाने का बिजनेस ग्रो करने के लिए क्या करना होगा?

अपने नए बिजनेस को जल्दी ग्रो करना चाहते है तो आपको कुछ बातों पर विशेष ध्यान देना होगा।

क्वालिटी साबुन लोगो की पहली पसंद होती है। साबुन में क्वालिटी होगी तो ग्राहक दुबारा आपके ब्रांड का ही साबुन खरीदना पसंद करेंगे।

हर तरह के साबुन बनाए जैसे – एंटीसेप्टिक, हर्बल, खुशबूदार, आदि। इससे ग्राहकों को आकर्षित करने में मदद मिलेगा।

ब्रांडिंग और पैकेजिंग अच्छी तरह करें, साबुन को आकर्षक पैकेट में पैक करें। जिससे मार्केट में आपका ब्रांड अलग ही पहचान बनाएगा।

विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म में ब्रांड के नाम से अकाउंट बनाए और साबुन का प्रचार करें। ऐसा करने पर लोगो को आपके प्रोडक्ट के बारे में पता चलेगा कि आप किस प्रोडक्ट को बेचते है।

मार्केटिंग करने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनो तरीके को अपनाए। ताकि आपका प्रोडक्ट ज्यादा लोगो तक पहुंचे।

समय – समय पर ग्राहकों से फीडबैक लेते रहे और उनके सुझाव के अनुसार अपने प्रोडक्ट में सुधार करे। यह तरीका आपके प्रोडक्ट की बिक्री बढ़ाने में मदद करेगा।

Conclusion

इस आर्टिकल में हमने (Sabun Banane Ka Business) साबुन बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें इसके बारे में जानकारी बताया है। उम्मीद करता हूं कि आपको यह आर्टिकल Soap Making Business In Hindi जरूर पसंद आया होगा। अगर आपको पसंद आया हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं। और इस आर्टिकल से यदि आपका कोई सवाल है या फिर कोई सुझाव देना चाहते है तो कमेंट बॉक्स में लिखकर बता सकते है।

यह आर्टिकल हर जरूरतमंद लोगों तक पहुंच सके जो भी Soap Making Business शुरू करना चाहता है तो आप इस आर्टिकल को अपने सोशल मीडिया में शेयर जरूर कीजिएगा।

FAQ – Soap Making Business In Hindi

1. साबुन बनाने का व्यवसाय कैसे शुरू कर सकते हैं?

साबुन बनाने का व्यवसाय शुरू करने के लिए आपको निम्न काम करने होंगे।
1. साबुन बनाने के बिजनेस को शुरू करने से पहले एक अच्छा बिजनेस प्लानिंग करना।
2. बिजनेस शुरू करने के लिए उपयुक्त जगह का चयन करना।
3. कच्चे माल एवम आवश्यक मशीनो को खरीदना। तथा मशीनों का सेटअप करना
4. बिजनेस के लिए आवश्यक लाइसेंस एवम रजिस्ट्रेशन कार्य को पूरा करना।
5. साबुन का प्रोडक्शन करना।
6. साबुन की पैकेजिंग करना।
7. साबुन की मार्केटिंग करना

2. साबुन में 3 मुख्य तत्व क्या हैं?

साबुन के तीन मुख्य घटक निम्न है।
1. लाई (सोडियम हाइड्रॉक्साइड)
2. वसा या तेल
3. पानी

3. साबुन का सूत्र क्या होता है?

उच्च अणु भार वाले कार्बनिक वसीय अम्लो का सोडियम अथवा पोटेशियम लवण साबुन होता है। इसके सूत्र की बात करे तो मृदु साबुन का सूत्र C17H35COOK एवम कठोर साबुन का सूत्र C17H35COONa है।

4. साबुन बनाने के बिजनेस में कितने वर्कर लगते है?

शुरुवाती समय में आप 2 से 3 वर्कर रखकर बिजनेस शुरू कर सकते है। जब आपका बिजनेस धीरे-धीरे बढ़ने लग जाए तो आपको और वर्करों की आवश्यकता होगी।

5. साबुन बनाने के बिजनेस में जगह कितनी होनी चाहिए?

साबुन बनाने के मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में 1000 से 1200 SF जगह की आवश्यकता होगी जिसमे आपके सभी मशीन, अन्य उपकरण, साबुन स्टॉक के लिए जगह, कच्चे मालों को रखने के लिए जगह, सब कुछ इसमें शामिल है।

6. साबुन बनाने वाली मशीन की कीमत क्या है?

कीमत इस बात पर निर्भर करता है कि आप सेमी ऑटोमैटिक मशीन लेना चाहते है या फिर फूली ऑटोमैटिक मशीन लेना चाहते है। सेमी ऑटोमैटिक मशीन लेने में लगभग 3 लाख रुपए की आवश्यकता होगी। और फूली ऑटोमैटिक मशीन लेने के लिए लगभग 6.5 लाख रुपए की आवश्यकता होगी।

7. नहाने के साबुन में क्या क्या मिलाया जाता है?

नहाने के साबुन में कास्टिक सोडा, फैट, सोप नूडल्स, रंग, परफ्यूम, ग्लिसरीन, कास्टिक पोटाश ये सभी मिलाए जाते है।

8. साबुन बनाने के बिजनेस में साबुनीकरण क्रिया में क्या क्या बनता है?

वसा या तेल का सोडियम डाइड्रोक्साइड अथवा पोटेशियम हाइड्रोक्साइड के विलयन द्वारा जल अपघटन करने पर साबुन तथा ग्लिसरॉल प्राप्त होता है। यही साबुनीकरण की क्रिया कहलाती है।

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